आध्यात्म के बिना हमारा जीवन निरर्थक है: बीके सुमित्रा
भिवानी, 28 जून। स्थानीय प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज की शाखा सिद्धि धाम में साप्ताहिक आध्यात्मिक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में बोलते हुए शाखा प्रबंधक राजयोगिनी बीके सुमित्रा बहन ने कहा कि आध्यात्म के बिना हमारा जीवन निरर्थक है। हमें अपने जीवन में आध्यात्म को अपनाना चाहिए। आध्यात्म से ही हम अपनी मानसिक व आत्मिक शांति को प्राप्त कर सकते हैं। बीके सुमित्रा ने कहा कि ब्रह्माकुमारीज संस्था जनवरी मास व जून मास को विशेष तपस्या पर बल देती है। दुनियाभर के 140 देशों में तपस्या का दौर गहनता के साथ चलता है। क्योंकि ये दोनों मास बाबा और मम्मा के प्रति समरणिय हैं। विशेषकर बीके बहन-भाई मम्मा-बाबा का अनुसरण करते हुए अपने जीवन में पवित्रता तथा मम्मा की तरह दृढ़ विश्वास के साथ जीवन जीने की कला औरों को सिखाने में अग्रसर रहते हैं। मीडिया कोऑर्डिनेटर बीके धर्मवीर ने अपने संबोधन में कहा कि लोगों को आध्यात्म के प्रति जागरूक करने के लिए ब्रह्माकुमारीज की शाखाएं दादियों के मार्गदर्शन में पूरी दुनिया में बहुत ही दृढ़ता के साथ कार्य कर रही हैं। बीके धर्मवीर ने राजयोगिनी दादी रत्न मोहिनी के 100 वर्ष पूरे करने पर खुशी जताते हुए कहा कि विश्व भर में शिव ज्योति का प्रकाश फैलाने के लिए कार्य करें ताकि संस्था के उदेश्य को जन-जन तक पहुंचाया जा सके। इस अवसर पर बीके आरती समेत अनेक ब्रह्मावत्स उपस्थित रहे।
