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यातायात जाम, जलभराव, सीवरजाम या ओवर फ्लो, पेयजल संकट, स्ट्रीट लाइट जैसी समस्याओं से जूझ रहा है हरियाणा का हुआ बेड़ा गर्क: कुमारी सैलजा

यातायात जाम, जलभराव, सीवरजाम या ओवर फ्लो, पेयजल संकट, स्ट्रीट लाइट जैसी समस्याओं से जूझ रहा है हरियाणा: कुमारी सैलजा

भाजपा सरकार ने दस साल में प्रदेश का विकास नहीं  विनाश कर बेडा गर्क करके रख दिया

विकास को ढूंढ-ढूंढ कर लोग परेशान हैं, टूटी सड़को से आवाजाही बदहाल है, कानून व्यवस्था चरमराई हुई है

चंडीगढ़/सिरसा, 02 सितंबर।

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने प्रदेश की भाजपा सरकार के सभी दावों को ठुकराते हुए कहा कि पिछले दस सालों में भाजपा ने प्रदेश का विकास नहीं विनाश किया है, प्रदेश के किसी हर जिले के छोटे-बड़े शहर, यातायात जाम, जलभराव, सीवर जाम या ओवर फ्लो, पेयजल संकट, स्ट्रीट लाइट जैसे समस्याओं से जूझ रहे है, बड़े- बड़े शहरों में लगने वाले जाम से जिंदगी ठहर जाती है, तो जलभराव में जिंदगी  तैरती नजर आती है। प्रदेश की जनता मूलभूत सुविधाओं से जूझ रही है, अगर भाजपा इसी को विकास कहती है तो प्रदेश की जनता को ऐसा विकास नहीं चाहिए। भाजपा जुमलेबाज है झूठी घोषणाएं करने में उसका कोई सानी नहीं है। दस साल से भाजपा के उत्पीडन और शोषण का शिकार हो रही जनता इस बार भाजपा को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाएगी और कांग्रेस को सत्ता में लेकर आएगी। विकास को ढूंढ-ढूंढ कर शहरवासी परेशान हैं, टूटी सदकोट से आवाजाही बदहाल है, कानून व्यवस्था चरमरा सी गई है।

मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा है कि प्रदेश की भाजपा सरकार ने जब से सत्ता संभाली है, धर्म और जाति के नाम पर जनता को आपस में लड़ाती रही है, विकास के नाम पर भाजपा ने प्रदेश को और पीछे धकेल दिया, यह सरकार कांग्रेस के शासन में लागू की गई योजनाओं के नाम बदलकर जनता को गुमराह करने का काम करती रही है, अगर भाजपा सरकार ने कुछ किया होता तो देश का अन्नदाता सड़को पर न बैठा होगा, कर्मचारी अपने हक की आवाज उठाने के लिए धरना प्रदर्शन न करते, जहां पर देखों वहीं पर धरना प्रदर्शन दिखाई देते है, इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकार ने क्या कुछ किया है। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश की जनता भाजपा सरकार से जवाब मांग रही है पर ये सरकार तो तब जवाब देगी जब उसने कुछ किया हो। भाजपा सरकार ने दस साल में झूठी घोषणाओं के सिवाय कुछ नहीं किया। सीएम अपनी ही घोषणाओं पर अमल नहीं कर पाए। आज प्रदेश  यातायात जाम, जलभराव, सीवरजाम या ओवर फ्लो, पेयजल संकट, स्ट्रीट लाइट जैसी समस्याओं से जूझ रहा है। मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाना सरकार की जिम्मेदारी है पर सरकार ने अपना कोई भी काम जिम्मेदारी से नहीं किया। झूठी घोषणाओं से जनता का पेट नहीं भरने वाला है।

उन्होंने कहा कि किसी भी शहर में चले जाओ हर तरफ जाम ही जाम लगा दिखाई देता है, यातायात पुलिस को केवल चालान काटने का काम सौंपा हुआ है, यातायात जाम से उसे कोई लेना देना नहीं है। एनसीआर में शामिल जिलों में यो यातायात का बहुत ही बुरा हाल है, एंबुलेंस को निकलने तक के लिए रास्ता नहीं मिलता है। स्मार्ट सिटी का तमगा हासिल कर चुका फरीदाबाद को ही ले लो किसी भी मार्ग पर चल जाओ हर ओर लंबा जाम ही दिखाई देगा। वहां पर 25 हजार छोटे बड़े उद्योग धंधे है जहां पर आठ लाख कामगार काम करते है, 50 हजार से ज्यादा ई रिक्शा है तो 50 हजार से भारी माल वाहक वाहन है, उनको देखते हुए यातायात जाम से निपटने के लिए कोई नीति तक नहीं बनाई गई है। इस महानगर में जलभराव भी एक बड़ी समस्या बना हुआ है। बरसात होने पर नगर तालाब दिखाई देने लगता है। कैथल जैसा धार्मिक शहर जाम के झाम से जूझ रहा है।

समझ में नहीं आता कि ये सरकार कैथल में सुधार करने आई थी या शहर को बदहाल बनाने ? शहर के करनाल रोड, अंबाला रोड, ढांड रोड, जाखौली अड्डा, माता गेट, पिहोवा चौक, छोटू राम चौक, पुराना बस स्टैंड, छात्रावास रोड, अमरगढ़ कॉलोनी, हिंदू कन्या स्कूल रोड, कबूतर चौक, भगत सिंह चौक, चंदाना गेट, नया बस स्टैंड के बाहर, पार्क रोड, सीवन गेट, लघु सचिवालय में भी जलभराव से दिक्कतें हुईं।

उन्होंने कहा है कि गुरूग्राम के हालात तो कुछ बना दिए गए है कि उसे यातायात जाम से छुटकारा मिलने वाला नहीं है। बडकल चौराहा, ओल्ड फरीदाबाद चौराहा, अजरौंदा चौराहा, बाटा चौराहा सहित अधिकतर चौराहों पर जाम देखा जा सकता है। जलभराव की समस्या तो गुरूग्राम की तकदीर में कभी न मिटने वाले दाग की तरह है। बरसातों में गुरूग्राम में अधिकतर स्थानों पर जलभराव ही जलभराव दिखाई देता है, सरकार ने वहां की जनता को भगवान भरोसे छोड़ दिया है। रेवाडी, सोनीपत, करनाल, अंबाला, रोहतक, भिवानी, यमुनानगर, पानीपत, पंचकूला में कही भी चले जाओ वहां के लोग यातायात जाम, जलभराव, सीवरजाम या ओवर फ्लो, पेयजल संकट, स्ट्रीट लाइट जैसी समस्याओं को लेकर रोना रोते है। सिरसा नगर में हालात और भी बुरे है, सड़के टूटी हुई है, गड्ढेग्रस्त है। जरा सी बरसात होने पर सिरसा नगर झील जैसा दिखाई देता है। हर शहर में लोग विकास को ढूंढ-ढूंढ कर परेशान हैं, टूटी सड़को से आवाजाही बदहाल है,  जाम ही जाम है। उन्होंने कहा कि अब प्रदेश की जनता भाजपा सरकार के बहकावे में आने वाली है, इस विधानसभा चुनाव में जनता भाजपा सरकार से पिछले दस साल का हिसाब किताब चुकता करने के लिए वोट से चोटकर उसे सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाएगी, जनता कांग्रेस की सरकार बनाएगी क्योंकि उसे पता है कि कांग्रेस ही उनका भला कर सकती है।

फोटो कुमारी सैलजा

Online Bhaskar
Author: Online Bhaskar

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