- अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई शिमला
- *विश्वविद्यालय में नुकड़ नाटक के माध्यम से राष्ट्रीय विद्यार्थी दिवस और विद्यार्थी परिषद के स्थापना दिवस के उपलक्ष पर करी बधाई प्रेषित:अभाविप
*नुक्कड़ नाटक के माध्यम से परिषद की 75 वर्षो की गौरव गाथा को दर्शाया: अविनाश*
*विश्वविद्यालय में मनाया परिषद का स्थापना दिवस: अविनाश*
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई अध्यक्ष गौरव ने प्रैस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा है कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हमेशा से ही छात्र हितों के साथ साथ समाज हित की रक्षा के लिए आवाज बुलंद करती आई है।
इसी के तहत आज हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में विद्यार्थी परिषद के 76वें स्थापना दिवस और राष्ट्रीय विद्यार्थी दिवस के उपलक्ष्य पर नुकाड नाटक किया गया जिसमे विद्यार्थी परिषद के अभी तक के किए गए आंदोलनों पर प्रकाश डाला और कार्यकर्ताओं ने नुकाड़ के मध्यम से परिषद के 75वर्षो की यात्रा की झलक भी दिखाई । जिसमे उन्होंने अपने प्रमुख आंदोलनों जिनमे मत अधिकार की आयु 21 से 18 करने की मांग 1992 में परिसर बचाओ अभियान में रैगिंग के विरुद्ध आवाज उठाने का काम 2009 में शिक्षा के बड़ते व्यापारीकरण के खिलाफ आंदोलन , 2017 में छात्र आक्रोश रैली 2020 में प्रदेश में दूसरे विश्वविद्यालय की मांग को उठना जैसे अनेक आंदोलनों पर प्रकाश डाला।
पिंक पेटल पर इकाई मंत्री अविनाश शर्मा ने अपने वक्तव्य में बताया की विद्यार्थी परिषद अपने 76वे वर्ष में पहुंच चुका है उन्होंने बताया की विद्यार्थी परिषद की स्थापना 9 जुलाई 1949 से हुई जिसका ध्येय राष्ट्र का पूर्ननिर्माण है इसी ध्येय को लेकर वर्तमान समय में विद्यार्थी परिषद समाज को संगठित करने के लिए समाज के विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रही है
उसके बाद पिंक पेटल पर अभाविप के कार्यकर्ताओं ने नुकड़ नाटक प्रस्तुत किया जिसमे उन्होंने दिखाया की कैसे बाहर के व्यक्ति विश्वविद्यालय में सुविधाओं के लिए भटक रहे थे लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन हर क्षेत्र में सुविधा मुहाया करवाने में विफल सिद्ध होता दिखाया गया। कार्यकर्ताओं ने नाटक के माध्यम से बताया किया विद्यार्थी परिषद छात्र संगठन होने के नाते प्रशासन के समक्ष ऐसी अनेक मांगे रखती है परंतु प्रशासन उसके बावजूद भी मांगे पूरी नही करता जिस कारण से छात्रों को अनेक समस्याओं से जूझना पढ़ रहा है।
उसके उपरांत कार्यक्रम का समापन पिंक पेटल पर किया गया।