**पेड़ों की व्यथा,हमें कौन कराएगा इन बंधनों से मुक्त।
वर्ष 2024 की गर्मी को देखते हुए पूरा सरकारी तंत्र और स्वयंसेवी संस्थाएं अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाने की महिम जोर-शोर से चला रहे हैं। साथ ही यह भी यकीन कर रहे हैं कि इन पौधों को किस प्रकार से परवरिश करके बड़ा किया जाए ।
दूसरी तरफ रोहतक नगर निगम की सीमा में खेड़ी साध गांव के पास दिल्ली रोहतक सड़क के किनारे विभिन्न संस्थाओं द्वारा चार वर्ष पहले रोपित किए गए पेड़ों की सुरक्षा के लिए लगाए गए ट्री गार्ड ,आज बड़े हुए पेड़ों के लिए जी का जंजाल बन चुके हैं। इन ट्री गार्डों के कारण कई पेड़ विकसित नहीं हो पा रहे हैं। प्रखर समाज सेवी एवम पर्यावरण प्रेमी कैप्टन जगबीर मलिक ने पेड़ों के विकास में बाधक बने इन ट्री गार्ड को हटाने की गुहार प्रशासन से की है।
कुछ पेड़ सूखने की स्थिति में आ गए हैं । ऐसे में समाज सेवी एवम पर्यावरण प्रेमी कैप्टन जगबीर मलिक ने पेड़ों के विकास में बाधक बने इन ट्री गार्डन को हटाने की गुहार प्रशासन से की है। और प्रशासन से अनुरोध है कि इन पेड़ों को ट्री गार्डों से यथाशीघ्र मुक्त करवाया जाए और इन पेड़ों को विकसित होने के लिए बंधन से मुक्त किया जाना चाहिए । इस कार्य को स्वयंसेवी भी कर सकते हैं । उन्हें निगम की तरफ से बिना शर्त इन पेड़ों को बंधन मुक्त कराने की अनुमति दी जानी
चाहिए और उन्हें कटर व अन्य साधन उपलब्ध करवाने चाहिए।
प्रखर समाज सेवी एवम पर्यावरण प्रेमी कैप्टन जगबीर मलिक ने पेड़ों के विकास में बाधक बने इन ट्री गार्डन को हटाने की गुहार प्रशासन से की है।