डेढ़ वर्ष होगा हरियाणा राज्यसभा उपचुनाव में निर्वाचित सांसद का कार्यकाल
भाजपा उम्मीदवार 27 अगस्त को ही हो जाएगा निर्विरोध निर्वाचित-
चंडीगढ़ — हरियाणा से गत दो माह से रिक्त राज्यसभा की एक सीट के उपचुनाव के लिए भारतीय चुनाव आयोग ने निर्धारित कार्यक्रम घोषित कर दिया है. आगामी 14 से 21 अगस्त तक नामांकन भरे जायेंगे जबकि 22 को उनकी जांच होगी, 27 अगस्त तक इच्छुक व्यक्तियों द्वारा उनकी उम्मीदवारी वापिस ली जा सकेगी एवं अगर आवश्यकता हुई अर्थात 2 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हुए
तो 3 सितम्बर को मतदान करवाया जाएगा और उसी दिन वोटिंग के पश्चात मतगणना एवं परिणाम घोषित कर दिया जाएगा.
इसी बीच पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के एडवोकेट एवं राजनीतिक विश्लेषक हेमंत कुमार ( 9416887788) ने बताया कि हरियाणा विधानसभा में राजनीतिक दलों के मौजूदा संख्या बल के आधार पर ऐसी संभावना बेहद कम या कहा जाए तो न के बराबर है कि आगामी राज्यसभा उपचुनाव में वोटिंग कराने की नौबत आये. चूँकि वर्तमान में 28 विधायकों ( किरण चौधरी के कांग्रेस छोड़ने से पहले 29) वाली प्रमुख विपक्षी कांग्रेस पार्टी या अगर सभी विपक्षी दल मिलकर उक्त राज्यसभा सीट के उपचुनाव लिए बेशक संयुक्त उम्मीदवार भी खड़ा करते हैं परन्तु उस प्रत्याशी को कांग्रेस के सभी 28, जजपा के सभी 10, इनेलो के एक और सभी 4 निर्दलीय विधायकों के वोट मिलने के बावजूद वह एक वोट से भाजपा के प्रत्याशी से पीछे ही रहेगा.
किरण चौधरी के विधायक रहते हुए पाला बदलकर भाजपा खेमे में जाने से सदन में नायब सैनी सरकार को मौजूदा 87 सदस्यी हरियाणा विधानसभा सदन में समर्थन कर रहे विधायकों की संख्या वर्तमान में 44 है जिसमें . भाजपा के स्वयं के 41 विधायक हैं जबकि किरण के अलावा एक निर्दलीय नयन पाल रावत और हलोपा के गोपाल कांडा सरकार उसका समर्थन कर रहे हैं. हेमंत ने यह भी बताया कि चूँकि राज्यसभा चुनाव में राजनीतिक पार्टियों द्वारा अपने विधायकों को वोटिंग के संबंध में निर्देश देने के लिए व्हिप नहीं जारी किया जा सकता है. इसलिए कांग्रेस और जजपा के विधायकों द्वारा मतदान, अगर हुआ, तो उसमें क्रॉस-वोटिंग से इनकार नहीं किया जा सकता है.
बहरहाल, अगर उपरोक्त राज्यसभा सीट के उपचुनाव में केवल भाजपा प्रत्याशी का नामांकन होता है, तो उसे उम्मीदवारी वापसी के अंतिम दिन अर्थात 27 अगस्त को ही रिटर्निंग आफिसर ( आर.ओ.) द्वारा निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया जाएगा और इलेक्शन सर्टिफिकेट ( निर्वाचन प्रमाण पत्र) प्रदान कर दिया जाएगा.
हेमंत ने आगे बताया कि हरियाणा से राज्यसभा की उक्त सीट के लिए निर्वाचित होने वाले सांसद का कार्यकाल करीब डेढ़ वर्ष अर्थात अप्रैल, 2026 तक ही होगा क्योंकि रोहतक लोकसभा सीट से दो माह पूर्व निर्वाचित हुए लोकसभा सांसद दीपेन्द्र हुड्डा, जिनके लोकसभा सांसद बनने से उपरोक्त राज्यसभा सीट रिक्त हुई है, उनका राज्यसभा कार्यकाल 9 अप्रैल 2026 तक ही था, इसलिए उनकी शेष अवधि के लिए ही उक्त राज्यसभा उपचुनाव कराया जा रहा है.
बहरहाल, ऐसे कयास लगाये जा रहे हैं कि भाजपा संभवतः वर्तमान में भिवानी जिले की तोशाम सीट से विधायक किरण चौधरी या उनकी सुपुत्री और पूर्व लोकसभा सांसद श्रुति चौधरी, जो दोनों गत जून में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गयी थी, इनमें से किसी एक को राज्यसभा में पार्टी उम्मीदवार बना सकती है. वैसे दो वर्ष पूर्व अगस्त, 2022 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए कुलदीप बिश्नोई भी राज्यसभा में जाने के लिए जोर लगा रहे हैं. कुलदीप वर्ष 2004 और 2011 में लोकसभा सांसद निर्वाचित हुए थे.