भिवानी, 12 अगस्त। स्थानीय लघु सचिवालय स्थित डीआरडीए सभागार में सोमवार को एडीसी हर्षित कुमार की अध्यक्षता में जिला सतर्कता एवं निगरानी कमेटी की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में एडीसी ने अधिकारियों को एससी/एसटी एक्ट बारे शिविर लगाकर लोगों को जागरूक करने को कहा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि अगर कोई झुठा केस मिलता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जानी चाहिए।
एडीसी श्री कुमार ने बैठक में उपस्थित विभिन्न विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी प्रकार की घटनाओं से पीडि़त एससी/एसटी जाति वर्ग के लोगों को सरकार की हिदायतों के अनुसार तुरंत प्रभाव से आर्थिक व कानूनी सहायता प्रदान की जाएं। उन्होंने कहा कि जिला के जिन क्षेत्रों में ज्यादा घटनाएं होती हैं उन क्षेत्रों को चिहिन्त करके व्यापक स्तर पर आम नागरिकों को जागरूक करने तथा आपसी भाईचारा बढ़ाने के लिए विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करें।
उन्होंने कहा कि एससी/एसटी एक्ट का प्रचार एवं प्रसार किया जाएं ताकि पीडि़त व्यक्तियों को समय पर लाभ मिल सकें। उन्होंने पुलिस विभाग के अधिकारियों को भी निर्देश दिए कि जिन केसों में जब चालान न्यायालय में प्रस्तुत किए जाते है तो उसी समय उसकी एक प्रति जिला कल्याण अधिकारी के कार्यालय में भी भिजवाई जाए और जल्द से जल्द चालान न्यायालय में पेश किए जाए। उन्होंने कहा कि अखराज किए गए केसों का पूरा विवरण बैठक में लेकर आए।
जिला कल्याण अधिकारी देवेन्द्र कुमार ने बताया कि एक नवम्बर 2023 से 31 मई 2024 तक जिला में 24 केस एसी/एसटी एक्ट के तहत दर्ज किए गए है। उन्होंने बताया कि पांच व्यक्तियों को आर्थिक सहायता राशि दी जा चुकी है। उन्होंने बताया कि आठ केस अखराज यानि कैंसल किए गए हैं और नौ केसों में बजट आते ही आर्थिक सहायता दे दी जाएगी। एक केस में आर्थिक सहायता देनी नही बनती व एक केस अदमपता है। बैठक में जिला न्यायवादी अश्वनी बजाज, डीएसपी हैडक्वार्टर रमेश चंद्र, जिला मौलिख शिक्षा अधिकारी संतोष नागर, जिला आबकारी एवं काराधान आयुक्त अमिता तंवर, तहसील कल्याण अधिकारी राजकुमार व अश्वनी शर्मा, कमेटी सदस्य ओमप्रकाश पोपली, मुकेश रहेजा मौजूद थे।