63 वें शिक्षक दिवस के ऐतिहासिक अवसर पर कैप्टन जगवीर मलिक विशिष्ट आमंत्रित वक्ता के रूप में केन्द्रीय विद्यालय रोहतक में पहुंचे। जहां पर विद्यालय की प्राचार्य श्रीमती प्रमजीतकौर और स्टाफ के सदस्यों ने उनका अभिनंदन किया। प्रार्थना सभा में प्रार्थना के बाद भारत के दूसरे शिक्षक राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन के चित्र के सामने दीप प्रज्वलित कर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की गई।
तदोपरांत कैप्टन जगबीर मलिक ने छात्रों को जीवन में शिक्षक के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि शिक्षक एक शिल्पकार की तरह होता है जो निस्वार्थ भाव से छात्रों को हीरा बनाता है।तभी जाकर ये छात्र आगे चलकर देश के निर्माता बनते हैं। कैप्टन मलिक ने आगे बताया कि आज नैतिक और आध्यात्मिक शिक्षा के बिना भारतीय संस्कृति और मूल्यों की रक्षा नही हो सकती है। आज गिरते नैतिक मूल्यों के कारण हमारा समाज सामाजिक क्षेत्र पिछड़ता जा रहा है,औरअनेक कुरितियां समाज में फैल रही है।
वहीं नशा रूपी महारोग हमारे युवाओं और समाज को दीमक की तरह खा रहा है।
इस अवसर पर कैप्टन मलिक ने युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए 1400 छात्र छात्राओं को नशे से दूर रहने की शपथ दिलाई। नशे के बारे में पूछे गए प्रश्न का सही उत्तर देने पर छात्र चैतन्य को हरियाणा पूर्व सैनिक संघ की तरफ से मेडल पहना कर सम्मानित किया गया । इस मौके पर विद्यालय की प्राचार्य परमजीत कौर, विज्ञान अध्यापक जितेंद्र शर्मा, अमरजीत सिंह, रश्मि, चारु, मुकेश दलाल, हेड मास्टर संदीप कुमार व स्टाफ के अन्य सदस्यों साथ 1400 छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।