चंडीगढ़,(राणा) । मीडिया वेलबींग ऐसोसिएशन (रजि0) पत्रकारों व् उनके परिवारों के कल्याण के उद्देश्य से जो निशुल्क टर्म व एक्सीडेंटल इंश्योरेंस करवा कर रही है वो वास्तव मे संस्था की ऊन्नत सोच का एक बड़ा उदाहरण है। यह शब्द पंजाब केसरी के डायरेक्टर अभिजय चोपड़ा ने साहा (अंबाला) मे कहे, दरअसल वह उनके दादा अमर शहीद लाला जगत नारायण चोपड़ा जी की 43वें शहीदी दिवस के अवसर पर आयोजित रक्तदान शिविर के कार्यक्रम में शामिल हुए थे। जहां मीडिया वेलबींग ऐसोसिएशन के अध्यक्ष चंद्रशेखर धरणी ने संस्था के कुछ पदाधिकारियों संग उन्हें एक समृति चिन्ह तथा दोशाला भेंट किया। इस अवसर पर संस्था द्वारा बनाए गए अपने सदस्य साथियों के आइडेंटी कार्ड की लॉन्चिंग भी अभिजय चोपड़ा के कर कमलों से करवाई गई। जहां अभिजय चोपड़ा ने कुछ साथियों के गले में अपने हाथों से आइडेंटी कार्ड भी पहनाए। इस मौके पर बलराम सैनी सुमन भटनागर समेत कई वरिष्ठ पत्रकार भी मौजूद रहे।
पत्रकारों के कल्याण की सोच को लेकर आगे बढ़ रही है संस्था : अभिजय
संस्थान के कार्यों को देख व सुन काफी सुखद अनुभूति हो रही है : अभिजय चोपड़ा
इस मौके पर चंद्रशेखर धरणी ने अभिजय चोपड़ा को अवगत करवाया कि मीडिया वेलबींग एसोसिएशन ने हरियाणा में अपने सभी सदस्य साथियों के 10-10 लाख रुपए के टर्म और एक्सीडेंटल इंश्योरेंस बिल्कुल निशुल्क करवाए हैं, इनकी एवज में किसी भी साथी से कोई खर्च नहीं लिया गया। अभी तक दर्जनों साथियों की विभिन्न परिस्थितियों में अपने निजी कोश से संस्था आर्थिक मदद भी कर चुकी है। कुछ समय पहले एक वरिष्ठ पत्रकार साथी ज्ञानेंद्र भरतरिया के अचानक देहांत होने की सूरत में संस्था द्वारा करवाए गए इंश्योरेंस के चलते 10 दिन के अंदर परिवार को 10 लाख रुपए इंश्योरेंस कंपनी से दिलवाए जाने का काम संस्था द्वारा किया गया। इस मौके पर पंजाब केसरी के डायरेक्टर अभिजय चोपड़ा ने मीडिया वेलबींग ऐसोसिएशन के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि यह संस्था पत्रकारों के कल्याण की सोच को लेकर आगे बढ़ रही है, जिसके कार्यों को देख और सुन काफी सुखद अनुभूति हो रही है।
उग्रवाद और आपातकाल भी नहीं रोक पाए शहीद लाल जी की देश समर्पित सोच को : धरणी
माननीय अविनाश चोपड़ा मेरे गुरु भी और मार्गदर्शक भी : धरणी
इस मौके पर संस्था के अध्यक्ष चंद्रशेखर धरनी ने कहा कि वह पंजाब केसरी ग्रुप से पिछले लगभग 35 वर्षों से जुड़े हैं। शहीद लाला जगत नारायण जी हमेशा मेरे लिए प्रेरणा स्रोत रहे। उन्होंने संघर्ष के दौर में भी जिस प्रकार से सामाजिक दायित्वों के साथ पत्रकारिता धर्म को निभाया, पंजाब में उग्रवाद के दौरान भी और देश में आपातकाल के दौरान भी वह हमेशा निडर होकर अखबारों का प्रकाशन करते रहे। कभी किसी के साथ कोई समझौता नहीं, बिना डरे- बिना रुके हमेशा देश क़ो सर्वोपरि मानते हुए वह आगे बढ़ते रहे। ना कभी तत्कालीन सरकारों के सामने झुके और ना ही देशद्रोहियों के सामने, उनकी लेखनी हमेशा तीखी तलवार जैसी रही। वहीं उन्होंने कहा कि पंजाब केसरी के जॉइंट डायरेक्टर अविनाश चोपड़ा उनके गुरु भी व मार्गदर्शक भी हैं। जब भी जीवन में कोई कठिनाई -कोई परेशानी या कोई संकट महसूस करता हूं तो या तो शहीद लाला जगत नारायण की जीवनी पढ़ता हूं या फिर अविनाश चोपड़ा जी का मार्गदर्शन लेता हूं।
पत्रकारों के हितों में खट्टर व सैनी सरकार से कई मांगे पूरी करवा चुकी है एमडब्लूबी
बता दें अमूमन अधिकांश पत्रकार आर्थिक रूप से संपन्न नहीं होते। ऐसे में कईं बार गंभीर रूप से बीमार होने या फिर कोई दुघर्टना होने पर वह सही से इलाज करवा पाने में भी खुद को असमर्थ महसूस करते हैं। ऐसे में उनके उचित इलाज के लिए उन्हें सरकारी कर्मचारियों की तर्ज पर कैशलैस इलाज की सुविधा दिए जाने की मांग भी संस्था सरकार से कर रही है इससे पहले हरियाणा सरकार संस्था द्वारा पत्रकारों के लिए की गई अधिकतर मांग पूरी कर चुकी है। जिसका ताजा उदाहरण पारिवारिक पेंशन और एफआईआर संबंधी मांग एमडब्ल्यूबी की ही थी, जो हाल ही में नायब सैनी सरकार ने मानी है। जिसमे अब किसी पत्रकार पर एफआईआर दर्ज होने की सूरत में उसकी पेंशन को रोका नहीं जाएगा। इसके अलावा यदि परिवार में एक से अधिक पत्रकार है तो उसमें दोनों की पेंशन सरकार की ओर से दी जाएगी। पहले सरकार की ओर से एक से अधिक पत्रकार होने पर परिवार में केवल एक ही व्यक्ति को पेंशन देने का नियम था।
निजीकोष से अपने साथियों की संकट के दौरान आर्थिक मदद भी करती है संस्था
कई पत्रकारों की कर चुकी है आर्थिक मदद
धरणी ने बताया कि मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन की ओर से कईं पत्रकारों पर शारीरिक संकट आने पर संस्था की ओर से समय-समय पर आर्थिक रूप से उन्हें मदद पहुंचाई गई है। किडनी ट्रांसप्लांट के लिए 3 पत्रकारों की अलग-अलग समय पर संस्था की ओर से आर्थिक मदद की गई है। हरियाणा में एमडब्ल्यूबी पहली संस्था है, जो पत्रकारों को शारीरिक या पारिवारिक संकट आने पर आर्थिक रूप से मदद पहुंचा रही है। एमडब्ल्यूबी हरियाणा में 60 साल से अधिक पत्रकारों को विशेष रूप से अपने हर कार्यक्रम में सम्मानित करती है। हरियाणा के तीन पत्रकारों को हर कार्यक्रम में उनकी पत्रकारिता में दी गई सेवाओं के लिए विशेष सम्मान दिया जाता है।