करनाल, 09जून (शिव बत्रा)
वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की जयंती के अवसर पर गांव सांभली में करनाल पिहोवा रोड पर महाराणा प्रताप की विशाल और भव्य प्रतिमा का अनावरण किया गया।
प्रतिमा का अनावरण राजपूत सभा करनाल के प्रधान डॉ नरेंद्र प्रताप सिंह, जिला परिषद चेयरपर्सन सोहन सिंह राणा, भाजपा प्रवक्ता वीरेंद्र चौहान, राजपूत सभा के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट कुलदीप उचाना, महासचिव बृजपाल राणा, जोगिंदर सिंह चौहान, जिला परिषद सदस्य गुरदीप बीजना, जिला परिषद सदस्य विक्रम राणा पधाना, विक्रम राणा सांभली महेंद्र भीगाना, भूप सिंह राणा तथा गांव के गणमान्य व्यक्तियों की मौजूदगी में किया गया।
इस दौरान आए हुए अतिथियों को पगड़ी पहनाकर और महाराणा प्रताप का समृद्धि चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में हरियाणा के प्रसिद्ध लोक गायक राजेंद्र खरकिया ने महाराणा प्रताप के जीवन का बखान किया और गांव के लोगों ने भी उनका सम्मान किया।
सभी वक्ताओं ने वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप जयंती की शुभकामनाएं देते हुए कहा राजपूत समाज ने हमेशा देश हित और देशसेवा के लिए कार्य किया। आज की युवा पीढ़ी को भी महाराणा प्रताप के जीवन से प्रेरणा लेकर देश हित में कार्य करना चाहिए और समाज में सामंजस्य बिठाते हुए 36 बिरादरी के लोगों को साथ लेकर आगे बढऩे का काम करना चाहिए। महाराणा प्रताप एक महान पराक्रमी और युद्ध नीति में पूरी तरह से कुशल योद्धा थे, उन्होंने मुगल अकबर को कई युद्धों में पराजित किया, लेकिन इतिहास में इसका उल्लेख हमें कम ही पढऩे को मिलता है।
हमें अपने इतिहास पर गर्व करना चाहिए और गांव-गांव में महाराणा प्रताप, पृथ्वीराज चौहान, सम्राट मिहिर भोज सहित सभी योद्धाओं की प्रतिमाएं लगानी चाहिए ताकि आने वाली पीढिय़ां इन से प्रेरणा ले सके। जब किसी भी शहर या गांव में महाराणा प्रताप की प्रतिमा को देखते हैं तो शरीर में नई ऊर्जा का संचार होता है, क्योंकि उन्होंने अपने जीवन में लगातार संघर्ष किया और विदेशी आक्रांताओं के सामने कभी हार नहीं मानी। मुगल उनके नाम से डरते थे। उनकी वीरता शौर्य देशभक्ति को काल और भौगोलिक सीमाओं में नहीं बांधा जा सकता।
उनके जीवन से विषम परिस्थितियों में भी पीछे नहीं हटने तथा सदैव सत्य, धर्म और राष्ट्रहित के मार्ग पर चलने की प्रेरणा मिलती है महाराणा प्रताप का नाम सुनते ही धमनियों में शौर्य, पराक्रम का रक्त प्रवाहित होने लगता है।
कार्यक्रम के दौरान ठंडे पानी की छबील भी लगाई गई और सभी के लिए भंडारा भी लगाया गया। गांव सांभली के लोगों ने आए हुए सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया।