भिवानी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधायक डॉक्टर शिव शंकर भारद्वाज ने कहा कि किसानों ने एक बार भी किसी नाजायज मांग के लिए अपना विरोध नहीं जताया। कभी तीन काले कृषि कानूनों के खिलाफ मुखर हुए तो कभी खाद-बीज की कमी दूर करने की मांग करते हुए सड़को पर उतरे। कभी फसलों का एमएसपी मांगा तो खराब हुई फसलों के नुकसान की भरपाई की मांग की। कभी राज्य सरकार को उसकी घोषणा याद दिलाने के लिए आवाज बुलंद की तो कभी बीमा कंपनियों से क्लेम जारी कराने के लिए एकजुटता दिखाई। उन्होंने आज गांव रूपगढ़ में कहा कि भाजपा सरकार को किसानों की आवाज उठाना कभी पसंद ही नहीं आया। इसलिए जब-जब किसानों ने दिल्ली कूच का फैसला किया तो हर बार उन पर लाठियां बरसाई गई, गोलियां चलाई गई। पुलिस अफसरों ने यह सब राज्य सरकार के आदेश पर किया। अब वही राज्य सरकार लाठियां, गोलियां चलाने वाले अफसरों को पुरस्कृत कराने की तैयारी में हैं। जबकि, इस तरह के कृत्य कभी भी सभ्य समाज में माफी के लायक नहीं माने जाते। कहा कि यह कहां का न्याय है, जो पहले खुद ही तुगलकी फरमान जारी करते हुए किसानों को पिटवाओ और फिर किसानों पर लाठियां भांजने वालों को ही सम्मानित भी करवाओ। प्रदेश सरकार सही में किसी को सम्मानित करना चाहती है तो उन पुलिस कर्मियों व अफसरों को सम्मानित करे, जिन्होंने नशे की रोकथाम या फिर अपराध पर नियंत्रण के लिए कार्य किया है। ऐसा होने पर पुलिस का मनोबल ऊंचा होगा और कानून व्यवस्था में सुधार भी आएगा कहा कि राज्य सरकार का ध्यान समाज को तोड़ने की दिशा में लगा हुआ है। समाज को आपस में किस-किस तरह से बांटा जा सकता है, हर पल इसी को ध्यान में रखते हुए प्लानिंग की जा रही हैं। लेकिन, प्रदेश की जनता भाजपा की चालों को बखूबी समझ चुकी है। उसे पता है कि 10 साल से प्रदेश के लोगों को किस तरह से बरगलाया गया है। इसलिए अब वे झांसे में आने वाले नहीं है और अक्टूबर माह में सत्ता में बैठी सरकार को चलता करके ही दम लेंगे।