“युवा और भविष्य की पीढ़ियाँ” के अंतर्गत, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर युवाओं की भागीदारी को बेहतर बनाने के लिए उनकी ज़रूरतों को ढंग से समझने, उनके नवाचारों को सुनने और उनके भविष्य को सुरक्षित करने के लिए इस महत्वपूर्ण वेबीनार में परिवर्तनकारी कार्रवाई करने पर सार्थक विचार विनिमय हुआ।
न्यूयॉर्क में बान की मून फाउंडेशन में व्यक्तिगत रूप से यह कार्यक्रम ऑनलाइन आयोजित हुआ। जिसमें भारत से अंतर्राष्ट्रीय विभूति प्रमुख पर्यावरणविद, लेखिका डॉ. संजीव कुमारी व डॉ. राकेश छोकर ने सहभागिता की। बान की मून फाउंडेशन, सतत विकास केंद्र, कोलंबिया विश्वविद्यालय, शिक्षा के लिए वैश्विक भागीदारी, लर्निंग प्लैनेट संस्थान और मिशन 4.7, बेहतर आज और कल के लिए युवाओं को सर्वोत्तम तरीके से शामिल करने के संबंध में युवा नेताओं की विशेषज्ञता को सामने लाने और बढ़ाने के लिए साझेदारी के अवसरों की खोज की गई।
इस कार्यक्रम में विशेष रूप से वैश्विक नागरिकता शिक्षा पर ध्यान केंद्रित किया गया। युवा नेताओं से युवाओं की भागीदारी को बेहतर बनाने के तरीकों पर चर्चा की गई। कार्यक्रम में मुख्यत: यास्मीना बेन्स्लिमेन, पॉलिटिक्सशहर कैरोलिना अर्ल, नोर्राग, फोलुइंका फकोया, जीपीई, मोइरा फॉल, नोर्राग राधिका अयंगर, कोलंबिया विश्वविद्यालय, डॉ. जारसो जल्लाह, लाइबेरिया गणराज्य के शिक्षा मंत्री। केट लैंडन, बान की मून फाउंडेशन पिमर शांति मोनिका, नाइल गर्ल्स फोरम अन्ना बेला सबिलाह, जीपीई युवा नेता, इंडोनेशिया प्रिशा श्रीमाली बान की मून फाउंडेशन,एडवर्ड स्टीवेनेट, लर्निंग प्लैनेट इंस्टीट्यूट आदि शामिल रहे।