राजेन्द्र कुमार
सिरसा। जिले के नाथूसरी चौपटा थाना क्षेत्र के दो युवकों ने विदेश भेजने के नाम पर लाखों रुपये ठगी करने व प्रताड़ित करने के आरोप लगाए हैं। पुलिस ने शिकायत मिलने पर मामला दर्ज जांच शुरू कर दी है।
गांव जोगीवाली निवासी योगेश कुमार ने नाथूसरी चौपटा थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया कि सुनील कुमार से मेरी मित्रता थी। जो अभी हाल ही में दुबई में रहता था। अगस्त 2023 मेरी सुनील से बात हुई उस समय मुझे पता चला कि सुनील दुबई शहर में है मैनें सुनील से वहां के कार्य के बारे में पूछा तो उसने मुझे प्रलोभन देना शुरू कर दिया।
उसने कहा कि मेरी यहंां पर बड़े अधिकारियों से बातचीत है यदि आप यहां पर आना चाहो तो मुझे बता देना। मैं आपको बुलाकर अच्छे पैसों की नौकरी दिलवा दूंगा।मैनें सुनील को कहा कि मैं सोचकर बता दूंगा। उसके बाद सुनील मेरे से लगातार बातचीत करने लग गय। सुनील हर बार मुझे यही कहता था कि मैं दुबई में बहुत बडी कंपनी में कार्य करता हूं और मेरी महीने की करीब 2.50 लाख रूपये की आमदनी है। मैं भी आपको इतनी ही सैलरी दिलवादूगा। यहां आने के लिए जो फोरमेलटी पूरी करनी हे वह मेरा जीजा (मुकेश गांव जनाना राजस्थान) पूरी कर देंगा।
पुलिस को दी शिकायत में योगेश कुमार ने बताया कि सुनील ने मेरे दोस्त पुनीत व मुझसे करीब 5 लाख रुपये का खर्चा आने की बात कही। पुनीत ने दुबई जाने के लिए हॉ कर दीं मैनें सुनील को मेरे दोस्त की दुबई सैटल करवाने के लिए बात की तब सुनील ने कहा कि आप दोनों को यहाँ दुबई में अच्छी कम्पनी में जॉब लगवा दूंगा।
इसके बाद उसने अपने पिता महावीर व मेरा जीजा मुकेश आपके दुबई आने का सारा बदोबस्त कर देंगे इस बारे में मेरी बात मेरे पिता महावीर व मुकेश से हो गई सुनील के बताए अनुसार दिनांक एक अक्तूबर 2023 को मेरे मामा विक्रम सुनील के पिता महावीर से शकरमदोरी गांव में मिले व सुनील से हुई सारी बातें महावीर को बताई। महावीर ने बताया कि यहां से कोई पैसे मेरे से चुरा लेगा।अच्छे पैकेज की नौकरी के लिए किसी से बात की ये पैसे उन्ही को देने है। मैनें और पुनीत ने दो दो लाख रूप्ये सुनील को दे दिए उसके बाद सुनील ने 3 से 4 दिन हमें दुबई में घुमाया और अच्छा खाना दिया ठीक एक सप्ताह बाद सुनील ने हमारे से गलत व्यवहार करना शुरू कर दिया और साथ में डराना धमकाना शुरू कर दिया हर रोज लड़ाई करता और कहता कि आपको जान से मार दूंगा और आपकी यहाँ कोई नहीं सुनेगा। हम हमारे घर की हालत देखकर उसके थप्पड खाकर भी चुप रहते थे धीरे धीरे हमारे टूरिस्ट वीजा की तारीख समाप्त होने लगी तो हमने कहा कि भाई हमारा वीजा अपडेट करवादे आपने दो साल का बोला था लेकिन ये तो दो महीने का ही लगवाया है।
इसका टाईम खत्म होने वाला है इस पर सुनील ने मुझे और मेरे दोस्त पुनीत को कहा कि आप यहां से भाग जाओ और हमारे बैग और सामान रूम से बाहर फेंक दिए फिर हम हाथ जोडकर लाचार होकर उसी रूम में दोबारा रहें फिर हमने अपने बेस पर वहंां वीजा के लिए पता किया और हम दोनों अपने दस्तावेज लेकर कार टैक्सी में गए वहां खुद दोनों ने वीजा अप्लाई करवाया जिसका खर्च शून्य था और हमारे पासपोर्ट उन्होनें जमा कर लिए।
उसके बाद हमारे ड्राईविंग की प्रौसेस कार टैक्सी में शुरू हो गई सुनील के टारचर के कारण हम मानसिक और शारीरिक रुप बहुत ज्यादा परेशन थे और में बहुत ज्यादा बीमार हो गया। फिर घरवालों से मैने बात की तो घरवाले बोले बेटा यहाँ से अपना पोसपोर्ट लेकर अपने देश वापिस आ जाओ। फिर मैनें पासपोर्ट लेने के लिए कार टैक्सी वाले को बोला तो उन्होनें कहा कि आपकी 5000 दरम लगेगे जो भारतीय करेंसी 1,19,250/- रूपये बनती है जो मैने घरवालों से वहाँ किसी अन्य आदमी की अकाउंट में डाले। इसके बाद वहाँ से बडी मुश्किल से निकलकर अपने देश लौटा।