किसानों ने बैंकों द्वारा बीमा प्रीमियम वापसी व बीमा क्लेम को लेकर एलडीएम कार्यालय का किया घेराव
-एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी, बैंकों व कृषि विभाग ने मिलकर किया किसानों के साथ धोखा: लखविंदर सिंह
-एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी, बैंकों व कृषि विभाग ने मिलकर किया किसानों के साथ धोखा: लखविंदर सिंह
राजेन्द्र कुमार
सिरसा। जाट धर्मशाला सिरसा में बीकेई प्रदेशाध्यक्ष लखविंदर सिंह औलख की अध्यक्षता में किसानों की हुई मीटिंग हुई। इसके बाद किसान एकत्रित होकर रोड़ी बाजार स्थित एलडीएम कार्यालय पहुंचे और दो घंटे तक जाम लगाकर प्रदर्शन किया। इसके बाद एसबीआई के रिजनल मैनेजर राजीव रंजन, सीएम के्रडिट आरबीओ आशीष अग्रवाल सहित एलडीएम संजीव कुमार, पंजाब नैशनल बैंक से सुनील कुकरेजा, उप कृषि निदेशक सुखदेव सिंह कंबोज व एएसओ सतबीर कुमार ने किसानों से इस मुद्दे पर बातचीत की। किसानों ने अधिकारियों को एक सप्ताह का समय दिया है, अगर एक सप्ताह में समस्या का समाधान नहीं हुआ तो किसान उपकृषि निदेशक कार्यालय में पड़ाव डालेंगे। इस मौके पर प्रकाश ममेरां, अंग्रेज सिंह कोटली, सुनील नैन, गुरलाल सिंह, गुरप्रीत सिंह रोड़ी, महावीर गोदारा, नाजर सिंह, अमरीक सिंह सहित कई गांवों के किसान मौजूद रहे।
सिरसा। जाट धर्मशाला सिरसा में बीकेई प्रदेशाध्यक्ष लखविंदर सिंह औलख की अध्यक्षता में किसानों की हुई मीटिंग हुई। इसके बाद किसान एकत्रित होकर रोड़ी बाजार स्थित एलडीएम कार्यालय पहुंचे और दो घंटे तक जाम लगाकर प्रदर्शन किया। इसके बाद एसबीआई के रिजनल मैनेजर राजीव रंजन, सीएम के्रडिट आरबीओ आशीष अग्रवाल सहित एलडीएम संजीव कुमार, पंजाब नैशनल बैंक से सुनील कुकरेजा, उप कृषि निदेशक सुखदेव सिंह कंबोज व एएसओ सतबीर कुमार ने किसानों से इस मुद्दे पर बातचीत की। किसानों ने अधिकारियों को एक सप्ताह का समय दिया है, अगर एक सप्ताह में समस्या का समाधान नहीं हुआ तो किसान उपकृषि निदेशक कार्यालय में पड़ाव डालेंगे। इस मौके पर प्रकाश ममेरां, अंग्रेज सिंह कोटली, सुनील नैन, गुरलाल सिंह, गुरप्रीत सिंह रोड़ी, महावीर गोदारा, नाजर सिंह, अमरीक सिंह सहित कई गांवों के किसान मौजूद रहे।
बीकेई प्रदेशाध्यक्ष औलख ने किसानों को संबोधित करते हुए बताया कि हर साल की तरह 31 जुलाई 2023 को खरीफ का बीमा प्रीमियम बैंकों ने किसानों के खातों से काट लिया था। खरीफ -2023 में नरमे की फसल को गुलाबी सुंडी ने बर्बाद कर दिया था। यह सब एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी, बैंकों व कृषि विभाग ने देखा कि इस साल भी किसान की फसल बिल्कुल तबाह हो गई है। इनको बीमा क्लेम देना पड़ेगा, जिस पर एक साजिश के तहत पोर्टल-पोर्टल का खेल खेलते हुए किसानों को बीमा क्लेम देने की बजाय उनका भरा हुआ बीमा प्रीमियम वापस कर रहे हैं। सिरसा जिले के लगभग सभी गांवों में नरमे में गुलाबी सुंडी का कहर था, लेकिन विभाग ने खराब कटिंग के माध्यम से सिर्फ 93 गांवों का नुकसान बताया, जिसमें से भी 7 गांवों का खराबा 32 से लेकर 674 रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से दर्शाया गया है। घुक्कांवाली, राजपुरा, नहराना तीन गांवों का बीमा क्लेम अभी लटका हुआ है। औलख ने कहा कि हजारों किसानों का बीमा प्रीमियम वापस किया जा रहा है जिसमें अकेले भारतीय स्टेट बैंक के 16405 किसान हैं, जिसको लेकर आज प्रदर्शन रखा गया है। एसबीआई बैंक की जिले की मुख्य शाखा का घेराव किया गया है। औलख खरीफ -2020 के बकाया मुआवजे के बारे में बताया कि लगभग 65 करोड़ रूपया सरकार द्वारा जारी कर दिया गया है, जोकि ट्रेजरी में पड़ा है। अभी तक किसानों के खातों में नहीं डाला गया है। पहले भी एक बार तहसीलों को जारी करके वापस ले लिया गया था। अब दोबारा से वही खेल खेला जा रहा है। औलख ने कहा कि रबी सीजन की बिजाई का समय आ रहा है, आलू, सरसों, गेहूं इत्यादि की बजाई के लिए पर्याप्त मात्रा में डीएपी खाद की उपलब्धता कराई जाए, प्राइवेट, सहकारी व सरकारी आधारों पर खाद के साथ किसी तरह की टैगिंग न की जाए, लागत के अनुसार यूरिया खाद का प्रबंध भी समय पर किया जाए। पिछले कुछ दिनों से नकली, तारीख बदलकर सरकार द्वारा बैन किए हुए उत्पाद व निम्न क्वालिटी की सी पेस्टिसाइड में फर्टिलाइजर के खिलाफ मुहिम चला रखी है।
फ़ोटो विवरण:02:- सिरसा में एलडीएम कार्यालय के समस्त पड़ाव डाल कर बैठे किसान।