*14 वर्ष से कम उम्र के विद्यार्थियों की खेलकूद प्रतियोगिता में हाल ही में प्रदेश सरकार ने एक निर्णय लिया है। निर्णय के तहत हिमाचल प्रदेश के अंदर ऐसे स्कूल हैं जिन स्कूलों के अंदर शारीरिक शिक्षक नहीं है वहां के बच्चे खेल कूद प्रतियोगिता के अंदर भाग नहीं ले सकते*
एसएफआई हिमाचल प्रदेश राज्य कमेटी ने 14 वर्ष से कम उम्र के विद्यार्थियों की प्रतियोगिता को लेकर हाल ही में प्रदेश सरकार ने एक निर्णय लिया है निर्णय के तहत हिमाचल प्रदेश के अंदर ऐसे स्कूल हैं जिन स्कूलों के अंदर शारीरिक शिक्षक नहीं हैं वहां के बच्चे खेल कूद प्रतियोगिता के अंदर भाग नहीं ले सकते हैं। यदि वहां के बच्चे खेलकूद प्रतियोगिता के अंदर भाग लेना चाहते हैं,तो उन बच्चों की पूरी तरह से जिम्मेवारी उनसे संबंधित स्कूल की और स्कूल प्रशासन की रहेगी। यहां के स्कूल के अंदर यदि कोई बहुत अच्छे बच्चे खेलने में सक्षम हैं, तो ट्रायल के थ्रू जिला स्तर के लिए उनका चयन किया जाएगा ।
Sfi हिमाचल प्रदेश राज्य कमेटी का मनाना है कि यह जो प्रदेश सरकार का निर्णय है बहुत भेदभावपूर्ण है। हिमाचल प्रदेश के अंदर तकरीबन 30% ऐसे स्कूल हैं। जिन स्कूलों के अंदर कोई भी शारीरिक शिक्षक नहीं हैं।यह जो स्कूल हैं ,गांव के हैं, दूर दराज के अंदर हैं। इन स्कूलों के अंदर शिक्षकों की बाहरी कमी है और गांव की ओर दूर दराज के जो स्कूल हैं ,यहां के जो बच्चे हैं, वह खेलकूद प्रतियोगिता के अंदर बहुत बेहतरीन प्रदर्शन करते हैं और गांव के अंदर खेलकूद प्रतियोगिताओं को लोग भी एक उत्सव की तरह मनाते हैं और यदि यह निर्णय लागू रहता है।तो इस निर्णय से बच्चों के अंदर जो कंपटीशन या प्रतियोगिता की जो भावना रहती है उससे उनका मनोबल गिरता है।
Sfi राज्य कमेटी सरकार से यह मांग करते हैं कि इस निर्णय को तुरंत विड्रोल करें तुरंत वापस लें और ऐसे स्कूल जिन स्कूलों के अंदर शारीरिक शिक्षक नहीं है वहां के बच्चों को भी खेलकूद प्रतियोगिता के अंदर भाग लेने का अवसर दें ताकि हिमाचल प्रदेश के अंदर खेल का जो भविष्य है वह उज्जवल रहे।
एसएफआई राज्य अध्यक्ष अनिल ठाकुर ने कहा है की अगर हिमाचल प्रदेश सरकार और प्रारंभिक शिक्षा निर्देशयल इस तरह के निर्देशों को वापिस नही लेती है तो एसएफआई प्रदेश भर के अभिभावको व छात्रों को लामबंद करते हुए उग्र आंदोलन करने पर मजबूर हो जायेगी ।।
राज्य अध्यक्ष राज्य सचिव
अनिल ठाकुर दिनीत
9805674217