हरियाणा राज्य की नौकरियाँ, किसी दूसरे राज्य के लोगों को देना हरयाणवियों के साथ विश्वासघात: प्रवीण नैन

भिवानी, 04 मार्च। हरियाणा सरकार ने डोमिसाइल के लिए रखे जाने वाली 15 साल की शर्त को हटा कर 5 साल की रख दी है। जिसका हरयाणवी लोगों को बहुत नुकसान होगा क्योंकि इसके कारण एक ही रात में करीब 10 लाख दूसरे राज्यो के लोग जो हरियाणा में रहते हैं, कानूनी रूप से डोमिसाइल और राज्य की अन्य सुविधाओं के हकदार हो गए।
यह बात हरयाणवी स्वाभिमान सभा के महासचिव प्रवीण नैन ने वीरवार को स्थानीय नेहरू पार्क में सभा के पदाधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कही।
उन्होंने दूसरे राज्यों के लोग हरयाणवियों के रोजगार और कॉलेज सीटो को खा जाएंगे तथा बाहरी लोग बड़े पैमाने पर यहाँ बसना शुरू हो जाएंगे और यहां वोट भी डालेंगे, जिसके कारण स्थानीय हरयाणवी लोग अपने ही घर (इलाक़े) में अल्पमत बन जाएंगे।
उन्होंने कहा कि हरयाणा सरकार ही, हरयाणा राज्य के स्थानीय लोगो को हाशिए पर धकेल रही है और हरयाणवी लोगों को अल्पमत बनाना चाहती है। इसीलिए बाहरी लोगों को यहाँ बसाया जा रहा है और उन्हें यहाँ रोजगार दिया जा रहा है तथा डोमिसाइल को कमजोर किया जा रहा है।
ये हैं मांगे
डोमिसाईल के लिए 1981 की शर्त हो रखा जाने, 75 प्रतिशत वाले कानून से क्लोज नम्बर 5 हटाए जाने की मांग की।
इस अवसर पर संदीप ठाकरान, अमित तंवर, राकेश देशवाल, प्रवीण मलिक, मेजर कुलवंत सिंह, एडवोकेट सुदीप कलकल, कर्मबीर नरवाल, विनय दांगी, सुमित मकड़ौली, मनजीत फौगाट, लहणा सिंह आदि उपस्थित थे।