करोड़ों की झील जिसमें मिलती है शराब की खाली बोतलें !
Millions of lake containing empty bottles of liquor.

झील की गंदगी में डेंगू फैलने का है खतरा !
मंडन मिश्रा
भिवानी : सरकार द्वारा शहर की सुंदरता बढ़ाने की उद्देश्य से तालाबों को झील के रूप में बनाने का लक्ष्य रखा। जिसके लिए करोड़ों की राशि जारी की गई । शहर के बीचों बीच स्थित खाकी बाबा तालाब जिसमें गंदगी का अंबार रहता था उसको साफ करके एक झील के रूप में परिवर्तन किया गया और उसके आसपास पार्क व घूमने का स्थान बनाया गया परंतु सरकार द्वारा जिस उद्देश्य से यह निर्माण किया गया वह बर्बाद होता नजर आ रहा है। इस नवनिर्मित झील के आसपास कुछ असामाजिक तत्व रात को बैठकर शराब पीते हैं और खाली बोतलों को झील के अंदर फेंक देते हैं।वही झील के अंदर इतना इतनी गंदगी का अंबार हो गया है कि उस गंदगी में डेंगू के लावा पनपने का खतरा भी पैदा हो गया है ।
स्थानीय निवासी व प्रमुख समाज सेवी आनंद तंवर ने बताया कि आज शहर में डेंगू काफी तेजी से फैल रहा है । जिस कारण से इस झील में जो गंदगी बनी हुई है उसमें डेंगू के लावा बढ़ने का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। उन्होंने कहा कि पार्क में लगाई गई लाइट भी खराब हो गई है क्योंकि ठेकेदार के द्वारा लाइट के लिए जो तार लगाया गया था वह सीधा ही जमीन के अंदर दबा दिया गया उसको पाइप के द्वारा नहीं लाया गया जिससे वह तार कट गया और लाइट खराब हो गई इस कारण शाम को अंधेरा होते ही पार्क में रोशनी का लाइट खराब होने से अंधेरा छा जाता है। इसके बारे में उन्होंने स्थानीय प्रशासन को शिकायत भी की है परंतु स्थानीय प्रशासन के द्वारा इस झील की सफाई के लिए कोई भी कदम नहीं उठाया गया है। स्थानीय निवासी वेद प्रकाश ने कहा कि जिस ठेकेदार द्वारा इस झील का निर्माण किया गया है उसके द्वारा भी अभी तक कार्य पूरा नहीं किया गया झील के कई तरफ अभी भी मिट्टी के ढेर लगे हुए हैं जिनको नहीं हटाया गया है और ना ही पार्क में पेड़ पौधे लगाए गए हैं।
स्थानीय निवासी प्रवीण जांगड़ा ने बताया कि वह सुबह इस झील पर घूमने आते हैं तो झील के अंदर गंदगी देखकर उन्हें काफी बुरा लगता है जिससे बीमारी फैलने का भी खतरा बना रहता है । झील के आसपास आज तक स्थानीय प्रशासन द्वारा एक बार भी सफाई नहीं करवाई गई है । युवा नेता मनोज मिश्रा ने सरकार से मांग की कि इस झील के ऊपर एक सफाई कर्मचारी नियमित रूप से लगाया जाए व एक चौकीदार की ड्यूटी इस झील पर 24 घंटे लगाई जाए ताकि कोई भी असामाजिक तत्व यहां बैठकर शराब न पी सके और ना ही यहां गंदगी फैला सकें।
झील की बजाएं बने बरसाती वॉटर टैंक : नरेंद्र सर्राफ
जब इस बारे में वार्ड पार्षद नरेंद्र सर्राफ से फोन पर बात की गई तो उन्होंने बताया कि पार्क की लाइट खराब थी जिसको आज ही ठीक करवा दिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि उनके अनुसार शहर में जो पांचो तालाबों पर काम चल रहा है वहां कहीं भी झील नहीं बननी चाहिए क्योंकि इसकी जगह बरसाती टैंक बनाए जाने चाहिए। ताकि बरसाती पानी इकट्ठा हो और यहां से निकाला जा सके। जिससे शहर में बरसाती जल भराव की समस्या से छुटकारा मिल सके। झील की समस्या पर उन्होंने कहा कि अभी तक शहर में किसी भी पार्क या झील में सफाई कर्मचारी व चौकीदार नियुक्त नहीं किया गया है। शीघ्र ही इस समस्या का समाधान भी करवाया जाएगा।